नाम : शारदा सिन्हा जन्म तिथि: 1 अक्टूबर 1952 जन्म स्थान: सुपौल जिले के राघोपुर पति/पति : ब्रज किशोर सिन्हा

पुरस्कार: पद्म भूषण, अन्य के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार पारंपरिक : लोक / जनजातीय / संगीत / नृत्य और रंगमंच

 शारदा सिन्हा 'बिहार-कोकिला', 'पद्म श्री' एवं'पद्म भूषण' सम्मान से विभूषित किया गया है।

शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 में  बिहार के सुपौल जिले के राघोपुर के हुलास में हुआ था।

उन्होंने मैथिली लोक गीत गाकर अपने करियर की शुरुआत की। शारदा सिन्हा मैथिली, भोजपुरी और मगही गाने गाना गाती थी।

 लोकगीतों के लिए शारदा सिन्हा 'बिहार-कोकिला' का प्रदर्शन मॉरीशस के प्रधान मंत्री नवीन रामगुलाम के बिहार आने पर उन्होंने देखा।

पति के निधन से शॉक में थीं शारदा सिन्हा, सितंबर में शारदा सिन्हा के पति, ब्रज किशोर का 80 साल की उम्र में, ब्रेन हैमरेज से निधन हो गया था।

लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है, शारदा संग फोटो शेयर करते हुए मोदी ने X (पहले ट्विटर) पर लिखा, 'सुप्रसिद्ध लोक गायिका के निधन से अत्यंत दुख हुआ है

शारदा सिन्हा के नए छठ गीत का नाम 'दुखवा मिटाई छठी मइया' है. यह उनका आखिरी छठ गीत है आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी 

गणतंत्र दिवस, 2018 की पूर्व संध्या पर भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 1991 में, उन्हें संगीत में उनके पद्म श्री पुरस्कार मिला।